खाना
पकाने के बर्तन एल्यूमीनियम, कांस्य तथा इस्पात के बनाए जाते है, क्योकि
इन पदार्थो की विशिष्ट ऊष्मा कम तथा चालकता अधिक होती है।
थर्मस फ्लास्क दोहरी काँच की दीवार के
बने होते है जिसके कारण इनमें से ऊष्मा का संचरण न के बराबर होता है तथा रखी गई गर्म वस्तु गर्म व
ठण्डी वस्तु ठण्डी बनी रहती है।
काँच के गिलास में काफी तेज गर्म पानी
डालने पर यह टूट जाता है, क्योकिं गर्म होने के कारण अन्दर की सतह
फैलती है।
सर्दियों
में हैण्डपम्प का पानी गर्म व गर्मियों में ठण्डा महसूस होता है, क्योकि
सर्दियों में बाहर का तापमान अपेक्षाकृत कम होता है तथा गर्मियों में अधिक होता है
।
मिट्टी के घड़े में पानी ठण्डा रहता है, क्योंकि इसके छिद्रों से वाष्पन के कारण लगातार ऊष्मा में कमी होती रहती है।
कमरों
में रोशनदान छत के समीप बनाए जाते है, क्यांेकि गर्म वायु हल्की होने
के कारण ऊपर उठती है व कमरे से बाहर निकल जाती है।
गर्मी
के मौसम में साइकिल की ट्यूब फट जाती है, क्योंकि इनमें उपस्थित वायु ताप
के कारण फैलती है। बरसात के मौसम में अधिक गर्मी महसूस होती है, क्योंकि
ऊष्मा वायुमण्डल से बाहर नहीं निकल पाती।
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